शेर
जिस दिन मिला तुझसे मैं इस दुनिया से टूट गया। अब सब वकत आपका होता है इस बात
से खुदा मुझसे रूठ गया।
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आप आओगे हमसे मिलने यह ख्वाब सा लगता है। की लगता है डर ये ख्वाब बन कर ख्वाब
ही ना रह जाए। जो हुआ ऐसा तो अंजाम ये होगा। मौत होगी महबूबा हमारी और हमारा पता
कब्रिस्तान होगा।
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अब फकत तू चाह कर भी हमे कभी याद न करना। सब कुछ करना यारा पर कभी किसी प्यार
ना करना हमारी तरह किसी की जिंदगी बर्बाद ना करना। बन न खुदा किसी का पर खुदा बन
कर उसकी जिंदगी तबाह ना करना।
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हरदम,हरपल, हरजगह, दीदार बस तेरा हो। हमे जरूरत नहीं जनत की जो तू मेरा हो।
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एक तकलूफ कीजियेगा। जो इश्क कीजियेगा। तो इश्क ही करना। सौदे बाजी जहा हो। वो
व्यापार होता है। दिल ले के दिल देना भी एक अदा है। दिल ले के दिल तोड़ना तो गुनाह
होता है।
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जब से मिला तू हम रोना भूल गए। आप चाह कर भी इन लबों से हसी नही जाती। अब
जितनी रातें गुजरे संग तेरे गुजरे अकेले अब हमे नींद नहीं आती।
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वक्त भी परेशान हुआ जितना वक्त आपको दिया देख कर। और तुमने वक्त ना लगाया हमे
अपने से अलग करने में। हमने इंतजार किया आपका, हमने एतबार किया आपका। पर अपने वक्त ना लगाया हमे खुद से जुदा करने में।
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ये याद होगा तुमको के तुम हमको भूल गए हो। ये भी याद होगा तुमको के तुम हमसे
दूर गए हो।
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तुम जबसे आए मेरी जिंदगी में खुशी बनकर। हमने अपने घर के बाहर लिखवा लिया यहां
रोना मना है। छुआ तुमने है जबसे हमे। हमने अपने चहरे पर लिखवा लिया हमको छुना मना
है।
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हर दिन जाना पड़ता है। तबियत खराब हो फिर भी जाना पड़ता है। मौसम कोई भी जाना
पड़ता है। हमे हर रोज़ के गुजारे के लिए हर रोज कमाना पड़ता है।
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चलो शिकवा करना क्या बदलते मौसमों का बदलना उनका नसीब है। यहां लोगो का बदलना
भी जारी है।
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ये पल आयेगा हमारी जिंदगी में पहले पता होता तो कभी प्यार नहीं करते। करते
प्यार मगर कभी आपसे ने ना करते।
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कोई कब, कहा, क्यों, चला जाता है। इस मौत को किसी को ले जाने में क्या मजा आता है। मालूम है इसे तपड़पेंगे
इसके लिए इसके चाहने वाले। फिर भी इसे रहम क्यो नही आता है।
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