यहां बिछड़ना कैसा और साथ कैसा।
यहां बिछड़ना कैसा और साथ कैसा।
यहां नफरत कैसी और प्यार कैसा।
यहां दुनियां कैसी संसार कैसा।
यहां इश्क कैसा और व्यापार कैसा।
यहां धूप कैसी धुआं कैसा।
यहां इश्क कैसा उसमे जलना कैसा।
यहा सूरत कैसी दरवेश कैसा।
यहां नकाब कैसा भेष कैसा।
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