आज ये बात उठी।
आज ये बात उठी।
बातो में बात उठी।
कभी थे तुम हमारे।
यारों में बात उठी।
शर्मिंदगी छाई हर तरफ़।
इज्जत की खाक उठी।
इश्क से मिला क्या।
मसवारो में बात उठी।
तुम्हारा कुछ गया पता नही।
हमारे दिल-ओ-दिमाग में आग उठी।
पहले थे तुम किसी के।
उठी ये बात उठी।
अब हो तुम किसी के।
उठी ये बात उठी।
जिंदगी हमे मौत लगी।
जब मौत की बात उठी।
करती थीं बयां आँखें।
पर दिल में वफा की बात उठी।
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