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क्या क्या छुपा रहे हो।



चहरा छुपा रहे हो। आंखे छुपा रहे हो।


चहरा छुपा रहे हो। आंखे छुपा रहे हो। बातें छुपा रहे हो। जनाब सब ठीक तो है। क्या क्या छुपा रहे हो।


आज बदले बदले से लग रहे हो। सांसें बड़ी तेज चला रहे हो। सुनो तो सही कहा भागे जा रहे हो।


कुछ तो हुआ है। कोई तो बात है। जो इतना घबरा रहे हो। सब खरीयत तो है। तुम घर से तो नहीं कही होर से आ रहे हो।


ये जुल्फे खुली है तुम्हारी। होटों पर भी लाली छाई है। हाथ क्यो काप रहे है तुम्हारे। तुम तो गर्मी में भी कपकपा रहे हो।


होश उड़े आपके ही थे। अब मेरे भी उड़ा रहे हो। हमे गमों में डुबाने का इरादा तो नहीं है। क्या किसी होर को खुशियों में भीगा रहे हो।


तुम्हारी रातें लाजवाब गुजर रही है। तुम्हारी तबीयत बता रही है। तुम हो चुके हो किसी और के। तुम्हारी आँखें बता रही है। तुम याद रख रहे हो किसी और को हमे अपने जेहन से मिटा रहे हो।


क्या फायदा इस बात का की तुम हमारे थे। अब मलाल है इस बात का की तुम हमारे थे। ये वहम था हमारा की तुम हमारे थे। तुम हमारे थे तभी तो हमको ये दिन दिखा रहे है।

 

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