एक उम्मीद है इस दिल में तुम हमको चाहोगे। फिर सोचते है तुम हमको चाहोगे क्यों।
तुम्हारे खयाल में रहे खयाल हमारा। फिर खयाल करते है तुम अपने खायल में हमे बिठायोगे क्यों।
तुम्हारे शहर से एक राह आती है घर हमारे। हम करते रहें इन्तजार तुम आओगे क्यों।
अंधेरा आया रात भी आएगी। बादल छाए बरसात भी आएगी। तुम नहीं हो मौसम तुम आओगे क्यों।
तेरी मोहब्बत तेरा एहसास है पास मेरे। तेरी खुशबू तेरा खुमार भी है। तू रहे मेहकता हमे महकाए क्यों।
खफा जो तुम होए तुमको मनाए सभी। तुम्हारी नाराजगी को दूर भगाए अभी। खफा हो हम हो हमको कोई मनाए क्यों।
रोते है यादों में तुम्हारी हम। सोती नहीं पल को भी मेरी आंखे। तुम नहीं हो नींद हमे सुलायोगे क्यों।
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