जा किस्सा अधुरा लिखदे। जा खुद को तू पूरा लिखदे। जा भरले घूट खुशियों के। जा गमों को तू मेरा लिखदे।
जा लिखदे हर दर का भिखारी मुझको। जा खुद को तू खुदा लिखदे। इतिहास रखेगा याद तुझे। जा खुद को तू वफा लिखदे।
पत्थर को दिल बनाकर। फिर इस दिल को पत्थर लिखदे। कलम ले कर कुछ ऐसा लिखदे। मेरे खून से खुद को लिखदे।
दर्द लिखदे, जख्म लिखदे, मेरे नसीब में हर गम लिखदे। लिखदे, कुछ ऐसा जाना मेरी किस्मत में तू कजा लिखदे।
हमारी हर शाम पुरानी है। हमारे लिए ये दुनियां बेगानी है। जा लिखदे तू अपना हर पल नया लिखदे।
अब नहीं है हमे रातें प्यारी। अब नहीं है हमे शामें प्यारी। अब ना चाइये मेरे गले को हार फूलों का। जा इसके लिए तू फंदा लिखदे।
उड़ रहे थे तुम्हे पा कर। अब जमीन पर गिर पड़े है। तुम्हारे दिए जख्मों को सी रहे है। तू लिखदे मेरा हर दिन बुरा। अपना हर दिन तू अच्छा लिखदे।
ये हवा चुराले, ये धूप चुराले। मुझे दिखे ना तेरे बिन कुछ इस जहान में। मेरी आंखों से रोशनी चुराले। मुझे लिखदे गुमशुदा जाना। जा खुद को तू इस जहां का लिखदे।
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