"एक तकलूफ कीजियेगा। जो इश्क कीजियेगा। तो इश्क ही करना। सौदे बाजी जहा हो। वो व्यापार होता है। दिल ले के दिल देना भी एक अदा है। दिल ले के दिल तोड़ना तो गुनाह होता है।"
ठीक था इन आंखो पर पहरा जुल्फों का। इनमे राज छुपाना कोई ठीक नहीं। अगर दिल में छुपाना है तो हमको छुपाओ। इनमे बाते छुपाना कोई ठीक नही। सब ठीक है मेरी जान इस जमाने में। बस तुमसे नजरे मिलना ही ठीक नहीं। पहले आता था दिल को लगाना तुम्हे। अब तो दिल को बहलाना भी आ गया। पहले मिलना मिलाना ही कम हुआ। अब तो आँखें चुराना भी आ गया।
कांच के टूटने का गम करने से क्या होगा। जब दिल तोड़ कर आपको नींद आ जाती है। अदालत आपकी में गुनेगार फरिश्ते है। वफादारो को वहा सजा दी जाती है। जाते है जो एक बार दिल से सनम। उनकी कहा कोई खबर आती है। जिसने जीना सिखाया हमको सनम। वो ही मौत से हमको मिला गया। पहले मिलना मिलाना ही कम हुआ। अब तो आँखें चुराना भी आ गया।
THANKS TO READING
WRRITTEN BY:- KESHAV SHARMA
PLEASE LEAVE COMMENT
READ THIS:-
https://keshavsharma16.blogspot.com/2021/06/blog-post_1.html
https://keshavsharma16.blogspot.com/2021/06/blog-post_91.html
https://keshavsharma16.blogspot.com/2021/06/blog-post.html
https://keshavsharma16.blogspot.com/2021/05/blog-post_67.html
1 Comments
Mind-blowing bro sach a beautifull lines keep it up
ReplyDelete