हमने जब देखा आपको देखते रह गए। ठंडो की आग सा सेकते रह गए। पछताए बहुत की घर दूर तेरे घर से हमारा।क्यों हर शक्श बात करता है आपसे। इस बात से दिल जलता है हमारा।
जहा तुम ठहरे पल भर को। वहा हमने जिंदगी भर का आशियां बना लिया अपना। यह ज़िंदगी तब तक अधूरी है जब तक तू नही मेरा। तुझे पाना मेने ख्वाब बना लिया अपना। अब पल हर पल खाता है हमे। क्यों हर पल तेरे संग नही बीतता है हमारा। इस बात से दिल जलता है हमारा।
तू और मैं हम बन जाए तो अच्छा लगेगा हमे। अगर मैं बनू आपकी हसी की वजह तो अच्छा लगेगा हमे। हमारे लबों पर जो दुआ हो वो आपकी नाम की हो तो अच्छा लगेगा हमे। मांगी हर दुआ मुकमल हो गई हमारी। क्यों तुझे पाना मुकमल नहीं होता है हमारा। इस बात से दिल जलता है हमारा।
हर बात बेबात लगती है हमे जिस बात में बात आपकी ना हो। हमे हर उस रात से नफरत है जो आपके साथ बीतती ना हो। हम देखना छोड़ दे इस चांद को जो इस में परछाई तेरी दिखती ना हो। कैसे हर शक्श पहुंच जाते है दर हमारे तक। क्यों आपको मिलता नहीं पता है हमारा। इस बात से दिल जलता है हमारा।
WRRITTEN BY:- KESHAV SHARMA
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