कमाल है।
हमने मौत मांगी नहीं मिली कमाल है।
हमने जिंदगी मांगी भी नहीं फिर भी तू मिली कमाल है।
ये बात बस बात ही है की तू खुदा है।
पर हमे तो तू लगने लगा है कमाल है।
हमारे जलवे भी कम ना थे किसी से सनम।
पर तू तो हर जलवे का माहिर लगने लगा है। कमाल है
होती नही गम की दवा कोई इस जहान में खुदा।
पर तुम्हे देख कर तो गम भूल जाते है अपना कमाल है।
तुम शरीफ हो कितने हम बेशर्म है कितने।
फिर भी परदे में रहते है आपके आगे कमाल है।
आपको चाहे तो डर लगता है।
हाथो से देखू और आंखो से छुलू ये कैसा खयाल है। कमाल है।
तुम शायद किसी मेहखाने से आए हो जनाब।
वरना दारू भी इतना नशा ना करे जितना आप करे कमाल है
आपको है हमसे मोहब्बत हम पूछते है आपसे।
और आपका भी ये ही सवाल है कमाल है।
तुम ख्वाइश करो हम पूरी करने की कोशिश करेंगे
तुम्हे चाहने में मजबूरियां भूल गए हम कमाल है।
तुम रखते हो अपना खयाल हमे ये खयाल रहता है।
और खयाल को भी आपका खयाल है कमाल है।
आपको सांसों से पहचान ले आपको पहचाने के लिए आंखो की जरूरत नहीं
ये इश्क है या बवाल है कमाल है।
तुमको कैसे मार लेंगे हम इन हाथो ने मोहब्बत चाही है।
इनसे छुए तुम्हारे चहरे को कितना बेशर्म खयाल है कमाल है।
हम जब भी मिले तुम्हे गले लगाना हमे
इस दिल को और जिस्म दोनो को आपसे प्यार है। कमाल है ।
तुम्हे छूने की कवाइश की नहीं कभी बस प्यार करेंगे जी भर कर
कैसे ये सवाल है कमाल है।
तुम्हारे चहरे पर तो दाग नही फिर यह चांद जैसा कैसे लगता है।
अब हमारे साथ साथ ये आसमा को भी आपसे प्यार है कमाल है।
इन हवाओ को तो देखो आपको छूने की चाहत में हर रोजाना चल रही है
ये सावन है या बारिश को भी आपसे प्यार है कमाल है
एक खयाल है की आपको भी हमारा खयाल है।
इतना खयालों में खो गए की बस खयाल ही खयाल है कमाल है।
अब तो केशव को प्यार हो गया जिंदगी से जबसे आपको देखा।
अब इस जिंदगी को आपकी दरकार है कमाल है।
अब तो शायद मंदिर के दरवाजे भी खुल चुके हमारे लिए।
हमारे होटों पर आज कल राम राम है कमाल है
आप खफा भी हो तो एक अलग ही बात है
आपकी हर अदा बेमिसाल है कमाल है।
और लिखूं भी तो कितना ये हाथ नहीं थकते लिखते लिखते आपके बारें
काम के टाइम लिखने से कतराते है कमाल है
यह हम ही है या कोई और केशव।
हमसे ही ये हमारा सवाल है कमाल है।
THANKS FOR READING
WRITTEN BY:- KESHAV SHARMA (kanha)
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