हमसे खूब लिखवा लो।
पर उनके बारे लिखवा लो।
हम लिख देंगे कुछ ऐसा जो तुमने सोचा ना होगा।
बस अब ज्यादा सोचो ना लिखवा लो।
क्या पसंद है उनकी क्या नहीं पसंद
हमसे उनकी हर पसंद लिखवा लो।
उनको किस हद तक मोह्बत है किसी से।
तुम हमसे हर हद बे-हद लिखवा लो।
ये अँधेरा काजल है उसका।
ये बादल साया है उसका।
ये धुप चूमती है उसको।
खुदा भी दीवाना है उसका।
जिसे चाहे दुनिया वो चाहे हमको।
तुम हमसे ये भी लिखवा लो।
हमको कुछ ऐसे वो मिल गया।
जैसे किसी कोड़ी को हिरा मिल गया।
अब मौत भी मिले कोई ग़म नहीं केशव।
हमे वो मिला समझो खुदा मिल गया।
THANKS FOR READING
WRITTEN BY:- KESHAV SHARMA (kanha)
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